बदायूं। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह का पारा उस समय चढ़ गया जब उन्होंने ब्लॉक म्याऊं के नवीगंज में पशु चिकित्सालय के शिलान्यास के उपरांत जाते समय सड़कों पर भारी संख्या में निराश्रित गोवंश देख लिए। शिलान्यास में अधूरी व अपूर्ण तैयारियों पर मंत्री पहले ही खफा हो चुके थे। इस पर उन्होंने सीवीओ को निलंबित करने के निर्देश दे डाले। उन्होंने डीएम से कहा कि सीडीओ तथा संबंधित बीडीओ से भी स्पष्टीकरण लिया जाए।
बुधवार को कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप के साथ विकासखंड म्याऊं के अंतर्गत ग्राम नवीगंज में 69.11 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पशु चिकित्सालय का शिलान्यास कर भूमि पूजन किया। मंत्री ने बताया कि इस पशु चिकित्सालय के लिए शासन से 34.55 लाख रुपये की प्रथम किस्त जारी कर दी है। भूमि पूजन समारोह में उन्होंने कहा कि गोवंश की सेवा करना हमारा सबका धर्म है। कृषि एवं पशुपालन एक दूसरे के पूरक हैं। गाय राष्ट्र की माता है। किसानों की आय खेती के साथ-साथ पशु पालन करने से दोगुनी होगी। मंत्री ने नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना, बकरी पालन, कुक्कुट योजना आदि की भी विस्तार से जानकारी दी। किसानों से योजनाओं का लाभ लेने का आह्वान भी किया। सांसद आंवला धर्मेंद्र कश्यप ने कहा कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र होगा। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा अशोक भारतीय, राणा प्रताप सिंह, एसडीएम दातागंज धर्मेन्द्र कुमार सिंह, सीवीओ डॉ. मोहर सिंह सहित ग्राम प्रधान व बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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कई बार जारी किए जा चुके हैं निर्देश
- कैबिनेट मंत्री कई बार गोवंशीय पशुओं को गोशालाओं में भेजने के निर्देश दे चुके हैं। हालांकि वह खुद दो तीन बार अपनी दी गई समय सीमा बढ़ा चुके हैं लेकिन अधिकारी अभी तक उनके निर्देशों का पालन नहीं कर सके हैं। लगातार पशुओं को गोशालाओं में भेजने का दावा किया जा रहा है लेकिन स्थिति वहीं की वहीं है। यही वजह रही कि बुधवार को इसका खामियाजा सीवीओ को निलंबन के रूप में भुगतना पड़ा।