वेबसाइट एनआईसी बदायूं की...शिक्षा पेज पर दिख रहा था मलेशिया के कैसिनो का पन्ना

वेबसाइट एनआईसी बदायूं की...शिक्षा पेज पर दिख रहा था मलेशिया के कैसिनो का पन्ना

'सब की बात न्यूज' ने लिया वर्जन तो तत्काल अपडेट कराया एनआईसी के पूर्व अधिकारी ने

बदायूं। एनआईसी बदायूं की वेबसाइट में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। यहां शिक्षा वाले पेज पर प्राथमिक शिक्षा विभाग की डिटेल जानने के लिए जब क्लिक किया गया तो वहां मलेशिया के एक कैसिनो की साइट खुल गई। सीधे मलेशिया की वेबसाइट पर रीडाइरेक्ट होने के कारण यूजर्स का डाटा खतरे में आने की संभावना जताते हुए साइबर सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेटर अली राजा ने डीएम को मेल के माध्यम से अवगत कराया। 

एनआईसी की वेबसाइट पर जिले की सारी जानकारी उपलब्ध होती है जो जिले समेत बाहर के उन लोगों के लिए भी उपयोगी होती है, जिन्हें जिले के बारे में सूचना लेनी होती है। इसी वेबसाइट पर बीते सोमवार को ऐसी गलती पकड़ में आई जो न केवल यूजर्स को भ्रमित करती रही बल्कि उनके डाटा को भी खतरा पैदा हो गया। 

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प्राथमिक शिक्षा वाले सेगमेंट में जाने पर पहुंच रहे कैसिनों की वेबसाइट पर 

बदायूं। दरअसल, सामने आया कि जैसे ही कोई यूजर वेबसाइट के शिक्षा वाले पेज पर जाकर प्राथमिक शिक्षा वाले कॉलम पर जा रहा था वैसे ही उसे एक मैसेज आता था कि उसे दूसरे पेज पर रीडायरेक्ट किया जा रहा है। वहां ओके करने पर सीधे मलेशिया के किसी कैसिनो की वेबसाइट खुल रही थी। (नीचे और पढ़ें)


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साइबर सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेटर अली राजा ने पकड़ी गलती

बदायूं। जिले के गांव गौरामई के रहने वाले साइबर सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेटर अली राजा ने एनआईसी की यह गलती पकड़ी। इस पर उन्होंने डीएम को भी मेल करके अवगत कराया। उन्होंने कहा कि एनआईसी की वेबसाइट पर कुछ ऑप्शन एक मलेशियन वेबसाईट से ओवरलैप कर रहे हैं। जिले की वेबसाइट से बेसिक शिक्षा एजुकेशन की वेबसाइट पर जाने वाले लोग एक मलेशियन वेबसाइट पर रिडायरेक्ट हो रहे हैं। अली ने बताया कि ऐसा होने पर यूजर्स का डाटा खतरे में आ सकता है। 

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खबर के प्रकाशन से पहले हुआ असर...पूछा तो तुरंत की वेबसाइट अपडेट

बदायूं। इस संबंध में जब एनआईसी के एक पूर्व अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने तुंरत ही इस गलती का संज्ञान लेते हुए वेबसाइट को तुरंत ही अपडेट करा दिया। 

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'' सर्वर में कुछ कमी होने के कारण ऐसा हो सकता है। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग की भी गलती हो सकती है। विभाग जो यूआरएल उपलब्ध कराता है, वही अपलोड किया जाता है। ''

निगम प्रताप सिंह, तकनीकी सहायक (बी) /प्रभारी डीआईओ, एनआईसी


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    Bjp matlov kuchh bho

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    आपकी सेवा... समर्पण,.. ईश्वर कृपा..

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    किसानों का भुगतान होना चाहिए

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