इकलौते बेटे ने बाप को मार डाला...फिर खुद ही एफआईआर लिखाने चला गया था थाने
बदायूं। कुछ दिन पहले बिल्सी में हुई किसान की हत्या के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। किसान की हत्या उसके बेटे ने ही की थी। वह तीन महीने तक बाप को मारने की साजिश रचता रहा और फिर एक दिन गोली मारकर खुद ही हत्या की एफआईआर लिखाने थाने चला गया। बेटे की इस साजिश में उसके बहनोई और एक दोस्त ने भी साथ दिया था।
विगत आठ मार्च को बिल्सी थाना क्षेत्र के गांव जरसैनी में मुर्गी फार्म पर सो रहे किसान रामपाल की हत्या गोली मारकर कर दी गई थी। रामपाल सम्भल जिले के धनारी थाना क्षेत्र के गांव खाजरा छपरा के मूल निवासी थे तथा कुछ साल पहले अपनी बहन की जसैरनी स्थित ससुराल में आकर रहने लगे थे। यहां उन्होंने मुर्गी फार्म खोल लिया था। उनकी हत्या की रिपोर्ट उनके बेटे महावीर उर्फ मुकेश ने दो अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराई थी।
पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो शक की सुई महावीर की तरफ ही घूम गई। इसके बाद पुलिस ने उसके मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली व उससे पूछताछ की। कड़ी पूछताछ के बाद महावीर ने अपने पिता की हत्या करना स्वीकार किया।
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बहनोई और दोस्त को भी किया साजिश में शामिल
बदायूं। महावीर ने बताया कि पिता की हत्या में उसका दोस्त लालू निवासी ग्राम कुवरगांव थाना उसहैत भी शामिल था। तमंचा, कारतूस और बाइक उसके बहनोई रामकिशोर निवासी ग्राम दुधाई नंगला थाना उसहैत ने उपलब्ध कराए थे।
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एसपी देहात ने किया खुलासा, बताई हत्या की वजह
बदायूं। इस संबंध में एसपी देहात केके सरोज ने बताया कि सम्भल जिले के धनारी थाना क्षेत्र के गांव खाजरा छपरा निवासी रामपाल (50) की आठ मार्च की देर रात दो गोली मारकर किसी ने हत्या कर दी थी। जांच में महावीर का नाम ही सामने आया तथा उसके समेत दो अन्य आरोपियों की लोकेशन हत्या की रात घटनास्थल पर ही मिली। पूछताछ में महावीर ने बताया कि धनारी में उसके पिता का 12 बीघा खेत और एक मकान था। कुछ माह पहले छह बीघा खेत रामपाल ने बेच दिया था और बाकी भी अब बेचना चाह रहा था। महावीर के अनुसार, उसका बाप अपनी संपंत्ति में कुछ भी उसे नहीं दे रहा था, जिस कारण उसने उसकी हत्या कर दी।