बदायूं। जगत ब्लॉक के ग्राम खिरिया रहलू में बनी गोशाला में बड़ी संख्या में गायों की मौत हो गयी है जबकि कई गाय मौत और ज़िन्दगी की जंग से जूझ रही हैं। यदि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो जाये तो कई लोगों को नौकरी बचानी मुश्किल हो जाएगी। यह आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी ने इसकी जांच की मांग की है।
जिलाध्यक्ष सतीश साहू के अनुसार, यूनियन की एक कमेटी ने यूनियन के ज़िला प्रभारी अजब सिंह के नेतृत्व में पिछले दिनों गोशाला जाकर देखा था तो मौके पर तीन गाय मृत अवस्था में मिली जबकि कई बीमार थीं। गोशाला में मात्र 30 गाय ही थीं जबकि वहां मौजूद कर्मचारी से गायों की संख्या जानने पर पता चला कि कागजों में 75 गाय हैं। इससे साफ है कि सरकारी धन का भी बन्दरबांट हो रहा है। जिलाध्यक्ष के अनुसार, कर्मचारी से सख्ती से पूछने पर पता चला कि गोशाला में ही कई गाय गड्ढा कर दफ़न की जा चुकी हैं जबकि कुछ को ग्राम समाज की भूमि में दफ़न करा दिया गया है।
इसके बाद जिलाध्यक्ष सतीश साहू के नेतृत्व में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को 17 अगस्त को सौंपा गया था। जिलाध्यक्ष के अनुसार, इसकी भनक लगते ही गोशाला संचालक गायों की संख्या पूरी करने के लिए दूसरी गोशालाओं से गाड़ियों से गायों को लाने में जुट गए। इसके बाद मंगलवार को पुनः ग्रामीणों ने भाकियू चढूनी ज़िलाध्यक्ष के नेतृत्व में डीएम को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपकर जल्द कमेटी गठित कर कार्रवाई की मांग की।
---------
जमीन खोदवाकर देखी जाएं दफन गाय
बदायूं। जिलाध्यक्ष ने निष्पक्ष जांच कराने की मांग के साथ दफ़न गायों को खोदाई कर निकलवाकर उनकी संख्या स्पष्ट करने की भी मांग की। ज़िलाध्यक्ष ने दोषियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की भी बात कही। कहा कि यदि प्रशासन गोमाताओं के साथ हुए अनर्थ की कमेटी द्वारा जांच नहीं कराता है तो भाकियू आंदोलन करने को मजबूर होगी। इस मौके पर जिला महासचिव कृष्ण अवतार शाक्य समेत सैयद हसन, रघुलाल, रामकिशन, पूरनलाल, मुकेश, नाथूलाल, सलीम, छोटे सैफी, जानकी प्रसाद, अतुल कुमार, रामेश्वर, राजीव कुमार, शिशुपाल, अजय पाल, मनोज आदि लोग मौजूद रहे।