बारिश में 'डूब' गया पालिकाध्यक्ष का वादा...सड़कें बनीं तालाब, बिसौली में दीवार गिरी, दबकर महिला की मौत
शहर की अधिकांश सड़कों पर भरा पानी, घुटनों पानी से होकर निकलना पड़ा राहगीरों को
बदायूं। जिले में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश मुसीबत बन गई। शहर की सड़कें पानी से लबालब भर गईं तो देहात क्षेत्रों में और ज्यादा मुश्किल खड़ी हो गई है। बिसौली में बारिश के कारण दीवार ढहने से एक महिला की मौत हो गई। कई जगहों पर पेड़ गिरने तथा बिजली ठप रहने के कारण भी लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
जिले में विगत रविवार से कभी रुक-रुककर तो कभी लगातार कई घंटों तक बारिश का क्रम बना हुआ है। सोमवार को तो सुबह कई बार मूसलाधार बारिश हुई। शहर की अधिकांश सड़कें इस दौरान तालाब जैसी हो गईं, जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ी।
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पालिकाध्यक्ष का था दावा, नहीं होगा जलराव, पर...
बदायूं। पालिकाध्यक्ष फात्मा रजा और उनके पति पूर्व विधायक आबिद रजा ने साल 2023 में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जनता से वायदा किया था कि उनके कार्यकाल में शहर की सड़कों पर जलभराव नहीं होगा। चूंकि शपथ ग्रहण समारोह उस साल बारिश के मौसम से एक दो महीने पहले ही हुआ था तो पालिकाध्यक्ष का येभी कहना था कि इस बार का तो वह पक्का नहीं कहतीं लेकिन अगली साल किसी सड़क पर जलभराव नहीं होने दिया जाएगा। लेकिन उनका वायदा 2024 में भी पूरा नहीं हो पाया। अब 2025 सबके सामने है। इस साल भी जनता जलभराव का दंश झेल रही है। ऐसे में उन्हें वोट देने वाले लोग भी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
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महिला पर गिरी दीवार, दम तोड़ा
(बिसौली) बदायूं। बिसौली तहसील के गांव बसई निवासी 55 वर्षीय वीरवाला सोमवार पूर्वान्ह के समय शौच को गई थीं। इसी दौरान दीवार उन पर गिर गई। मलबे में वह दब गईं तो उनकी चीख सुनकर परिवार वाले दौड़ पड़े। मलबा हटाकर उन्हें
निकाला गया,लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इधर गांव कालूपुर के निकट एक पेड़ सड़क पर आ गिरा, जिसके बाद आवागमन ठप हो गया। गनीमत ये रही कि
पेड़ किसी के ऊपर नहीं गिरा, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। डी पॉल स्कूल की बस भी कुछ देर पहले ही वहां पहुंची थी, लेकिन उससे पहले ही पेड़ टूट गया।
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थाने में भरा पानी, कुर्सी मेज सभी डूबे
(वजीरगंज) बदायूं। सोमवार लगातार हो रही बारिश के कारण पूरा वजीरगंज थाना जलमग्न हो गया। थाने के कमरे और हवालात में पानी भर गया तो बैठने के लिए बने कमरे में रखीं कुर्सी मेज आदि आधी डूब गईं। इससे पुलिस कर्मियों को असुविधा उठानी पड़ी। इसके अलावा कादरचौक, अलापुर, उझानी आदि जगहों के स्कूलों समेत कई जगहों पर पानी भर गया।