'नायब तहसीलदार के लिए वसूलते हैं घूस, हमें भी मिले हिस्सेदारी' ...

'नायब तहसीलदार के लिए वसूलते हैं घूस, हमें भी मिले हिस्सेदारी' ...

सब की बात न्यूज। अफसरों के लिए प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा वसूली जा रही घूस में एक प्राइवेट कर्मचारी ने अपनी हिस्सेदारी मांग ली। उसने इसके लिए बाकायदा डीएम को लेटर लिखा, जिसमें कहा कि वह नायब तहसीलदार के लिए घूस वसूलता है तो उसे भी पर्याप्त हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। सोशल मीडिया पर यह लेटर अब वायरल हो रहा है। 

मामला जौनपुर जिले का है। यहां के एक व्यक्ति राजाराम यादव ने खुद को शाहगंज तहसील के नायब तहसीलदार कार्यालय में बतौर प्राइवेट कर्मचारी काम करने वाला बताते हुए डीएम को एक पत्र लिखा हैं। इसमें उसने कहा है कि वह शाहगंज नायब तहसीलदार के दफ्तर में रोजाना अपने दो और साथियों के साथ रिश्वत वसूलता है. लेकिन, जब शाम को रिश्वत के पैसे का बंटवारा होता है तो नायब तहसील सभी को 500-500 रुपये देकर भगा देते हैं। (देखें क्या लिखा डीएम को)


ये है पूरा लेटर

- कर्मचारी ने लिखा है 'प्रार्थी राजाराम यादव लपरी शाहगज तहसील में नायब तहसीलदार शैलेंद्र कुमार सरोज का प्राइवेट कर्मचारी है। सारा घूस का पैसा हम ही अधिवक्ताओं और जनता से वसूलते हैं। मेरे नीचे अविनाश यादव व अजीत यादव हैं। हम लोग लगातार मारपीट व झगड़ा कर घूस का पैसा वसूलते हैं। सभी प्राइवेट कर्मचारियों को एक हजार रुपये मिलते हैं जबकि मुझे 500 रुपये ही नायब तहसीलदार देते है। इसलिए मेरा पैसा बढ़ाया जाए। '

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चिट्ठी पहुंची तो मचा हड़कंप

- प्राइवेट कर्मचारी की यह चिट्ठी जब डीएम कार्यालय पहुंची तो वहां ह़ड़कंप मच गया। डीएम कार्यालय से अब इस मामले की जांच एसडीएम शाहगंज को दी गई है। एसडीएम ने नायब तहसीलदार से जवाब मांगा है। 

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  • user by Sunil kumar

    Bdn ke neta harami hain

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  • user by अनिकेत साहू

    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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  • user by संजीव कुमार

    भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।

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