कार में बैठाया, आगे जाकर तमंचा सटाया...मारने की धमकी देकर लूट लिए चेन, अंगूठी और मोबाइल
बदायूं। बरेली जाने की बात कहकर बदमाशों ने एक व्यक्ति को कार में बैठा लिया। शहर की सीमा से निकल जाने के बाद कार की पिछली सीट पर बैठे बदमाशों ने उसकी पसलियों से तमंचा सटा दिया और सोने की चेन, अंगूठी, मोबाइल फोन और नगदी लूट ली। इसके बाद उसे कार से धक्का देकर फरार हो गए।
बरेली के थाना कैंट के चनेहटी क्षेत्र के मूल निवासी विष्णु मुकेश पुत्र पोथीराम शहर के मोहल्ला पटियाली सराय में रहते हैं तथा बरेली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। विष्णु रोजाना सुबह वाली ट्रेन से बरेली जाते हैं तथा शाम को लौट आते हैं। सोमवार को भी
- लूट के शिकार विष्णु-
वह घर से बरेली जाने के लिए निकले थे लेकिन उन्हें ट्रेन पकड़ने में देर हो गई। इसके बाद वह बस से जाने के शहवाजपुर चौराहे पर आकर खड़े हो गए। इसी बीच एक सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार चौराहे पर आकर रुकी, जिसका चालक बरेली जाने की आवाज लगा रहा था।
विष्णु को पहले ही देर हो चुकी थी इसलिए जल्दी पहुंचने के लिए वह कार में बैठने को तैयार हो गए। जब उन्होंने आगे की सीट पर बैठना चाहा तो चालक ने उन्हें यह कहकर रोक दिया कि यहां साहब बैठेंगे जो आगे मिलेंगे। इसके बाद विष्णु पीछे की सीट पर जाकर बैठ गए।
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बदमाश बोला-उल्टी आ रही है, खिड़की पर बैठना है।
बदायूं। विष्णु के अनुसार, कार की पिछली सीट पर दो लोग पहले से ही बैठे थे। सवारियां समझकर वह भी खिड़की वाली सीट पर बैठ गए। कुछ दूरी पर जाकर पीछे बैठा एक व्यक्ति बोला कि उसे उल्टी हो रही है, इसलिए उसे खिड़की की तरफ बैठ जानें दें। इसके बाद विष्णु बीच में आ गए। नवादा से निकलने ही उनमें से एक ने विष्णु की पसलियों से तमंचा सटा दिया और जान से मारने की धमकी दी।
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लूटने के बाद बदायूं की तरफ मोड़ दी गाड़ी
बदायूं। विष्णु ने बताया कि तमंचा देखने के बाद वह डर गए। इसके बाद तीनों बदमाशों ने उन्हें धमकी देते हुए डेड़ तोले सोने की चेन, आधा तोला की अंगूठी, मोबाइल फोन तथा जेब में रखे चार हजार रुपये लूट लिए। इसके बाद गाड़ी वापस शहर की तरफ मोड़ दी और उन्हें धक्का देकर भाग गए।
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गाड़ी की नंबर प्लेट फर्जी, कानपुर में खड़ी है असली गाड़ी
बदायूं। विष्णु ने बदमाशों की कार का जो नंबर नोट किया वह यूपी 78 एच-एम-7451 था। जब वह नवादा चौकी पर घटना की सूचना देने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें विनावर थाने की घटना कहकर टरका दिया। बाद में अन्य लोगों के साथ पहुंचने पर चौकी इंचार्ज सुमित चौधरी ने गाड़ी का नंबर ट्रेस किया तो वह कानपुर के किसी डॉक्टर की गाड़ी बताई गई। विष्णु के रिश्तेदारों के अनुसार, चौकी इंचार्ज ने उन्हें बताया कि उन्होंने गाड़ी के असली मालिक से वीडियो कॉल भी की तो गाड़ी कानपुर में खड़ी है। इससे प्रतीत होता है कि बदमाशों ने फर्जी नंबर प्लेट का प्रयोग किया था।