पप्पन पीर का अतीक-अशरफ गैंग 'कनेक्शन'...सही से जांच हो तो खुल सकते हैं राज
महिला के अनुसार, नवंबर-23 में पप्पन पीर द्वारा उसके व्हाट्सएप पर भेजे गए थे लेटर
15 अप्रैल- 2023 को अतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में कर दी गई थी हत्या
पीर पर कहां से आए अतीक-अशरफ गैंग के लेटर, खुद को क्यों बताता है सद्दाम का रिश्तेदार
सब की बात न्यूज
बदायूं। करीब डेढ़ साल से जिस महिला द्वारा धर्मांतरण का दबाव बनाने की फरियाद बदायूं की पुलिस नहीं सुन रही थी, उसे मीडिया की सुर्खिया बनते ही न केवल पुलिस के कान खुल गए, बल्कि पुलिस ने आनन फानन आरोपित पप्पन पीर के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया। डेढ़ साल से पीड़िता की फरियाद की अनसुनी करने वाली पुलिस यहां के नेताओं के कितने दबाव में है, इसका भी खुलासा हो गया। अब सवाल ये है कि कितनी संजीदगी से पुलिस पप्पन के अतीक-अशरफ कनेक्शन की जांच करती है।
महिला पर उसकी बेटी समेत धर्मांतरण का दबाव बनाने और न मानने पर धमकी दिए जाने का मुद्दा जितना संवेदनशील है, उतना ही गंभीर इस मामले में अतीक-अशरफ गैंग का नाम सामने आना है। आखिर क्यों पप्पन पीर महिला पर इस गैंग का नाम लेकर दबाव बनाना चाह रहा था।
महिला के अनुसार, उसे पप्पन ने उसके व्हाट्सएप पर अतीक-अशरफ गैंग के लेटर बताकर नवंबर-23 में वे लेटर भेजे थे, जबकि 15 अप्रैल 2023 को अतीक और अशरफ की प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ऐसे में उसकी इन लेटर्स को भेजने की क्या मंशा थी, यह जांच में ही साफ हो सकेगा।
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महिला के अनुसार, सद्दाम का रिश्तेदार बताकर दी थी धमकी
बदायूं। पीड़ित महिला के अनुसार, पप्पन पीर ने उसे खुद को अशरफ के साला सद्दाम का रिश्तेदार बताकर धमकी दी थी। बता दें कि अशरफ की पत्नी जैनब उर्फ रूबी का तीसरे नंबर का भाई सद्दाम हिस्ट्रीशीटर है और उस पर नौ मुकदमे दर्ज हैं। इसी रूबी के नाम का जिक्र पीड़िता को भेजे गए लेटर्स में भी किया गया है।
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पुलिस सही से करे जांच तो ही होगा खुलासा
बदायूं। पुलिस ने जिस प्रकार पीड़ित महिला की शिकायत को पिछले डेढ़ साल से नजरअंदाज किया, यदि वही रवैया अभी भी रहता है तो पप्पन के अतीक-अशरफ गैंग से कनेक्शन की जांच होना भी दूर की कौड़ी लगती है। उस पर भी कोढ़ में खाज ये कि महिला के अनुसार, एक विधायक का पप्पन पीर और उसके साथियों पर पूरा हाथ है। ऐसे में पीड़िता को न्याय दिलाना पूरी तरह पुलिस के हाथ में है।
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अतीक-अशरफ का नाम ही हटा दिया
बदायूं। पीड़ित महिला ने 'सब की बात न्यूज' को बताया कि पप्पन पीर द्वारा उसे फोन पर दी गई धमकियों में कई बार यह कहा गया था कि उसके अतीक-अशरफ गैंग से कनेक्शन है तथा अशरफ का साला सद्दाम उसका रिश्तेदार है। यह बात उसने पुलिस अधिकारियों को भी बताई थी तथा पीएमओ को भेजी शिकायत में भी इसका उल्लेख किया है, लेकिन पुलिस द्वारा पोर्टल पर लगाई आख्या में अतीक-अशरफ का नाम ही हटा दिया गया है। पीड़िता के अनुसार, इसके पीछे केस को कमजोर करके कहीं न कहीं पप्पन पीर को लाभ पहुंचाने की मंशा दिखाई देती है।
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