बदायूं। करीब एक महीने पहले गांव सिरसा दबरई में मिली 12 साल के बालक नितेश की हत्या का राजफाश पुलिस ने कर दिया है। नितेश की हत्या किसी गैर ने नहीं बल्कि उसके पिता के तहेरे भाईयों ने की थी। हत्यारों की रंजिश नितेश के पिता से थी, जिसके कारण उन्हें नृशंस तरीके से नितेश को मारकर अपनी खुन्नस निकाली थी।
गांव सिरसा निवासी सोरन सिह का करीब 12 साल का बेटा नितेश विगत 23 जुलाई को लापता हो गया था, जिसकी रिपोर्ट सोरन ने सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई थी। 26 जुलाई को नितेश की लाश ग्राम सिरसा की झाड़ियों मे बरामद हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नितेश की गर्दन और हाथों पर पांच वार करके उसकी हत्या करने की पुष्टि हुई थी।
पुलिस ने जब इस मामले की विवेचना की तो अमर सिंह और रमेश पुत्रगण स्व. रुपराम निवासी ग्राम सिरसा के नाम प्रकाश में आए। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी। शनिवार को दोनों को सैजनी तिराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
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चाहते थे- गांव छोड़कर भाग जाए सोरन
बदायू। पूछताछ के बाद जुर्म का इकबाल करते हुए दोनों ने बताया कि नितेश का पिता सोरन उनका चचेरा भाई है, जिससे उनका पहले से ही जमीन का विवाद चल रहा है। काफी समय पहले सोरन की झोपड़ी में आग लग गयी थी तथा उसके बाद उनकी एक भैंस मर गयी थी। उसका आरोप सोरन व उसके परिवार वालो नें उन पर लगाया था। अमर सिंह व रमेश के अनुसार, आये दिन सोरन व उसका परिवार उनकी बेइज्जती करता था। इस कारण वे चाहते थे कि सोरन गांव से भाग जाये और उसकी जमीन उन्हें मिल जाये। इसके बाद साजिश करते हुए उन्होंने सोरन के पुत्र नितेश की हत्या कर दी।
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नल के हत्थे से किए थे मासूम पर वार
बदायूं। केवल 12 साल के नितेश की हत्या दोनों हत्यारों ने नल के हत्थे से सिर पर वार करके की थी। उन्होंने नितेश पर एक नहीं बल्कि पांच-छह वार किए, जब तक उसका दम नहीं निकल गया। इसके बाद लोहे का हत्था कुछ दूर जाकर मिट्टी मे दबा दिया था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया।