पहले पत्नी का गला दबाया, फिर चाकू से रेता...इसके बाद मचा दिया बदमाशों का शोर
बदायूं। उझानी में एक पति ने अपनी पत्नी का पहले गला दबाया और फिर चाकू से गला रेत दिया। इसके बाद बदमाशों के आने और पत्नी की हत्या करने का शोर मचाते हुए मुकदमा लिखवा दिया। पुलिस ने उसी दिन घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
उझानी थाना क्षेत्र के गांव मानकपुर निवासी सरताज पुत्र मुन्तियाज खान ने मंगलवार सुबह पुलिस को सूचना दी कि वह अपनी अपनी पत्नी निदा उर्फ समरीन के साथ दिल्ली से घर आ रहा था कि गांव से पहले राजनगर कॉलोनी के कच्चे रास्ते पर चार अज्ञात बदमाशों ने उन्हें रो लिया और दोनों से मारपीट व लूटपाट करते हुए उसके पास रखे लगभग 42 हजार रुपये लूट लिए। सरताज के अनुसार, पत्नी ने उसका विरोध किया तो बदमाशों ने उसकी चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी तथा उसे भी चाकू से प्रहार कर घायल कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी।
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पति पर हुआ शक तो की पूछताछ
बदायूं। पुलिस को सरताज पर शुरू से ही शक था। दरअसल, उसकी बताई कहानी में पुलिस को कई झोल नजर आ रहे थे। सबसे खास बात ये थी कि बदमाशों ने उसकी पत्नी को तो मार डाला जबकि उसके हाथ पर कुछ कटे और खंरोच के ही निशान पाए गए। इसके बाद पुलिस ने सरताज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।
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बोला- औलाद नहीं थी तो उसका ही दोष बताती थी निदा
बदायूं। पूछताछ में सरताज ने बताया कि उसकी शादी को लगभग चार वर्ष हो गये है, किन्तु अभी तक उनके कोई औलाद नहीं थी। विगत करीब तीन वर्षों से निदा अपने मायके में रह रही थी। सरताज के अनुसार, निदा द्वारा हमेशा बच्चा न होने का इल्जाम उसके ऊपर ही लगाया जाता था और वह हमेशा उसके अंदर ही कमी निकालती थी। अक्सर उसे अपने परिवार के लोगों से डंटवाती थी तथा उसके सारे परिवार को जेल भिजवाने की धमकी देती थी। सरताज ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से निदा उसके साथ रघुवीर नगर, दिल्ली में रह रही थी। वहां पर भी अक्सर दोनों का झगड़ा होता था। इससे परेशान होकर उसने निदा की हत्या करने की ठान ली थी।
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बस में छोड़ दिया था निदा का मोबाइल
बदायूं। सरताज के अनुसार, वह निदा को दवाई दिलाने के बहाने 26 अगस्त को दिल्ली से लेकर घर के लिए निकला था। पूर्व नियोजित तरीके से उसने अपने साथ एक स्टील का चाकू व दस्तानें इत्यादि खरीदकर रख लिये थे। दिल्ली से दोनों रात करीब 10 बजे रोड़वेज बस से घर के लिए चले थे। बीच रास्ते में भी दोनों में कहासुनी होती रही। वह लगातार उसे ताने मारती रहती थी। रास्ते में गुन्नौर के आस पास उसने निदा का मोबाइल उसके पर्स से निकालकर बस में ही छोड़ दिया था। मंगलवार को सुबह लगभग चार बजे दोनों उझानी उतरे तथा घर के लिए पैदल राजनगर कॉलोनी के रास्ते चल दिये तथा एक सुनसान जगह देखकर उसने धोखे से निदा को पकड़कर नीचे गिरा लिया और दस्ताने पहनकर उसका गला दबा दिया।
थोड़ी ही देर में वह बेहोश हो गयी फिर चाकू से उसके गले पर कई वार किये। थोड़ी देर में ही उसकी सांसे बन्द हो गयी। इसके बाद उसने इसी चाकू से अपने दोनों हाथों पर भी खरोच के निशान बना लिए, जिससे खून बहने लगा। अपनी टी- शर्ट भी फाड़ ली, और चाकू को वहीं पास में घास में फेंक दिया। इसके बात घर जाकर अपने घरवालों व गांव वालों को लूट की कहानी बनाकर सुना दी। बता दें कि निदा के परिजनों ने भी तहरीर देकर हत्या का शक सरताज व इसके परिजनों पर जाहिर किया था।