ये बदायूं वाले भी हर जगह नाम (बदनाम) करते हैं....अब बिहार में पकड़ा गया बदायूं का चोर
बदायूं। इसे जिले का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा, कि जिस बदायूं को सूफी संतों की सरजमीं कहा जाता है, उसी बदायूं के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां के कुछ लोगों ने बदायूं को देश भर में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक बदनाम कर दिया है। दिल्ली के निर्भया कांड का इस्लामनगर निवासी किशोर हो या फिर ककराला और कादरचौक के डकैत व चोर, सभी ने बदायूं को दूर-दूर तक बदनाम करने में कसर नहीं छोड़ी है। ताजा मामला बिहार में चोरी का है, जिसमें बदायूं का एक चोर पकड़ा गया है। हालांकि उसके पांच साथी मौके से भागने में सफल रहे।
बिहार के बक्सर जिले में बीते बुधवार की रात करीब दो बजे छह चोर इटाढ़ी थाना क्षेत्र के गांव जमुआंव स्थित ज्वैलर्स श्यामनारायण की दुकान पर चोरी करने के लिए पहुंचे थे। चोर दुकान में घुस गए और वहां से शोकेस में लगे गहने उतार लिए। चोर लॉकर तोड़ने का प्रयास कर रहे थे कि किसी तरह गांव वाले जाग गए और मौके पर आ गए। चोरों ने भागने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उनमें से एक को पकड़ लिया जबकि पांच चोर फायरिंग करते हुए भाग गए। पकड़े गए चोर की ग्रामूीणों ने जमकर पिटाई की। मौके पर पहुंची पुलिस ने चोर को हिरासत में ले लिया। बक्सर के डीएसपी धीरज कुमार ने बताया कि चोर ने अपना नाम यूपी के जिला बदायूं के थाना कादरचौक के धनूपुरा गांव निवासी रामसिंह बताया।
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ककराला के चोर और डकैत भी देश भर में कुख्यात
बदायूं। कादरचौक इलाके का धनूपुरा पहले से ही चोरी, डकैती और कच्ची शराब के मामले में कुख्यात रहा है। कभी यहां घर-घर में कच्ची शराब का धंधा होता था। आज भी यहां के लोग दूसरे राज्यों में आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं। इसके अलावा ककराला के भी लोग दूसरे राज्यों में एटीएम चोरी, डकैत आदि वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जिनकी तलाश में कई राज्यों की पुलिस यहां अक्सर दबिश देती रहती है। बिसौली तहसील का दबतोरी इलाका हवाला कारोबार के लिए बदनाम रहा है। यहां के तमाम लोग हवाला का धंधा करते हुए रातों-रात अमीर बन गए। पैसा कहां से आता है और कहां जाता है, ये आज तक पुलिस पूरी तरह से पता नहीं कर सकी हैं