अपाहिज भिखारी, कबाड़ी और ऑटो चालक...तीनों ने महिला से की ऐसी दरिंदगी कि कांप जाए कलेजा
दिल्ली। समाजसेवा करने वाली उड़ीसा की महिला से दरिंदगी करने वालों का पता पुलिस ने लगा लिया है। सुनकर यकीन नहीं आएगा, लेकिन इन तीन दरिंदों में एक ऐसा शख्स भी शामिल है जो पेशे से भिखारी है और जिसके दोनों पैर तक नहीं हैं। पर, महिला से रेप करने वालों में यह भी शामिल था।
उड़ीसा की एक महिला दिल्ली में समाजसेवा करती है। बीते कई सालों से वह गरीबों और महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही है। घटना 10 अक्टूबर की देर रात की है, जब वह सराय काले खां मेट्रो स्टेशन के पास अकेली बैठी थी। इसी दौरानर कबाड़ का काम करने वाला प्रमोद अपनी दुकान बंद कर रहा था। उसने इतनी शराब पी हुई थी कि उसके पैर तक बुरी तरह लड़खड़ा रहे थे। उसने जब उस महिला को देखा तो वह उसके पास पहुंच गया और मदद का आश्वासन देककर एक सुनसान जगह पर ले गया। यहां उसने महिला का रेप किया।
--------
पहले रेप करते देखता रहा, फिर खुद भी शामिल हुआ भिखारी
- जब प्रमोद महिला का रेप कर रहा था तो वहीं से भिखारी शमसुल भी गुजर रहा था। शमसुल के दोनों पैर नहीं हैं। बताते हैं कि वह भी शराब पीये था। वह पहले तो प्रमोद को महिला का रेप करते देखता रहा, बाद में खुद भी उसमें शामिल हो गया। उसने भी महिला के साथ दुष्कर्म किया।
--------
ऑटो वाले ने तो पार की दरिंदगी की हद
- महिला की चीख पुकार सुनकर उधर से गुजर रहे ऑटो चालक प्रभु ने ऑटो रोका। जब उसने दोनों को महिला का रेप करते देखा तो मदद करने के बजाय उसकी भी नीयत में खोट आ गया और उसने भी महिला का रेप कर डाला। रेप करने के बाद प्रभु ने महिला को ऑटो में डाल लिया और उसे फिरोजशाह कोटला किले के पीछे पड़े सुनसान इलाके में ले गया। बताते हैं कि यहां उसने फिर महिला के साथ रेप करने की कोशिश की। महिला ने जब विरोध किया तो उसने महिला को पीटा और फिर उसके साथ रेप किया। इसके बाद वह सड़क किनारे महिला को फेंककर भाग गया।
--------
सड़क पर किसी ने नहीं की मदद
- बताया जाता है कि इसके बाद महिला किसी तरह खून से लथपथ हालत में सड़क पर पहुंच गई लेकिन किसी वाहन चालक ने वाहन रोककर उसकी मदद की कोशिश नहीं की। इसके बाद एक नेवी अफसर ने उसकी हालत देखकर कार रोकी और पुलिस को सूचना दी। एक ही समय में इतनी बार गैंगरेप किए जाने पर महिला अपना मानसिक संतुलन खो बैठी थी।
--------
दिन रात एक किया दिल्ली पुलिस ने
- तारीफ करनी होगी दिल्ली पुलिस की, कि उसने इस मामले में आरोपितों का पता लगाने के लिए दिन रात एक कर दिया। दिल्ली पुलिस ने न केवल सैकड़ों सीसीटीवी खंगालें बल्कि कई जगहों पर खुफिया अभियान भी चलाया। इसके बाद ही आरोपितों का पता चल सका।