तीन हफ्ते से लड़की समझकर घुमा रहा था युवक...भेद खुला तो निकली 'ट्रांसजेंडर'

तीन हफ्ते से लड़की समझकर घुमा रहा था युवक...भेद खुला तो निकली 'ट्रांसजेंडर'

सब की बात न्यूज। लड़का-लड़की तीन सप्ताह तक साथ घूमे फिर, मौज मस्ती की, खाया पीया और मूवी देखी। बाद में पता चला कि जिसे लड़की समझकर इतने दिनों से खिला पिला रहा था और पैसे उड़ा रहा था वह तो ट्रांसजेंडर है। 

मामला बदायूं के एक गांव का है। गुरुग्राम के यू- ब्लॉक में एक फ्लैट में किराये रहने वाला एक युवक प्राइवेट जॉब करता है। वह बदायूं के कादरचौक इलाके के एक गांव का रहने वाला हैं। पिता खेती करते हैं और लड़का अच्छी सैलरी पर गुरुग्राम में जॉब करता है। करीब एक माह पहले उसे एक लड़की मिली। जींस टॉप पहनकर लड़की की मुलाकात जब लड़के से हुई तो लड़का उसका दीवाना हो गया। पहले मुलाकात और फिर बातों का सिलसिला चलता रहा। लड़का-लड़की डेट करते रहे। इस दौरान लड़की ने लड़के की जेब पर जमकर हाथ चलाया। मनचाहा खाया, पीया और मॉल जाकर खरीदारी के साथ मूवी भी देखीं। इस दौरान लड़के का हजारों रुपया उड़ गया। विगत सोमवार को लड़का उस लड़की को अपने कमरे पर लाया। बताते हैं कि बातचीत के दौरान अंतरंगता बढ़ने पर लड़के को किसी तरह पता लग गया कि जिसे लड़की समझकर वह इतने दिनों से पैसा लुटा रहा है, वह वास्तविकता में ट्रांसजेंडर है। यह जानते ही लड़के के होश उड़ गए। बताते हैं कि जब उसने इसका विरोध किया तो कथित ट्रांसजेंडर अभद्रता पर उतर आई। 

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गुरुग्राम में जमकर होता है खेल

- बताते हैं गुरुग्राम में इस प्रकार का खेल जमकर होता है। यू-ब्लॉक को इसके लिए बदनाम बताया जाता है। कहते हैं कि यहां ट्रांसजेडर एक से एक खूबसूरत लड़की का भेष बनाकर रहते हैं और लड़कों को फंसाते हैं। पहले उनसे जमकर खर्चा कराते हैं और फिर एकांत में ले जाकर उन्हें ब्लैकमेल करके भारी रकम ऐंठते हैं। यदि लड़का रुपये नहीं देता है तो सार्वजनिक रूप से उन्हें चीखकर बदनाम करने की कोशिश की जाती है। 


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    Bdn ke neta harami hain

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    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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