यह चुनाव देशी बनाम परदेशी और स्थानीय बनाम बाहरी काः दुर्विजय

यह चुनाव देशी बनाम परदेशी और स्थानीय बनाम बाहरी काः दुर्विजय

बदायूं। दुर्विजय सिंह शाक्य के स्टार प्रचारक व लोकसभा क्षेत्र प्रत्याशी बनने के बाद प्रथम बार बदायूं आगमन पर हजारों लोगों ने उनका स्वागत किया। रोड-शो पुठी सराय से प्रारंभ होकर रसूलपुर, विजय नगला, विनाबर आदि स्थानों से होकर भाजपा कार्यालय पहुंचा। रोड-शो के समापन पर भाजपा कार्यालय पर स्वागत जनसभा का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर दुर्विजय सिंह ने कहा कि बदायूं लोकसभा में वर्ष 1984 के बाद एक स्थानीय बनाम बाहरी प्रत्याशी के बीच का चुनाव है। यह चुनाव परदेशी सांसद बनाम स्थानीय सांसद बनाने का चुनाव है। लोकसभा क्षेत्र की जनता लम्बे समय से स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर रही थी। उनका सौभाग्य है कि पहला चुनाव अपनी जन्मभूमि से लड़ने का मिला है। 

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खुद को बताया किसान का बेटा और शिक्षक

बदायूं। दुर्विजय ने कहा कि वह स्वयं एक किसान का बेटे और शिक्षक हैं। उनसे भला बेहतर और कौन किसानों की कीमत समझ सकता है। पेशे से शिक्षक हूं तो यहां की शिक्षा का स्तर और ऊंचा उठाना उनका निजी दायित्व है। केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, सांसद संघमित्रा मौर्य, नगर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, बिल्सी विधायक हरीश शाक्य ने भी संबोधित किया। इस मौके पर एमएलसी वागीश पाठक, सांसद धर्मेंद्र कश्यप, एमएलसी महाराज सिंह, बरेली मेयर उमेश गौतम, पूर्व विधायक धर्मेंद्र शाक्य, पूर्व एमएलसी जितेन्द्र यादव, डीके भारद्वाज, सिनोद शाक्य, आशीष शाक्य, अनुभव उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।

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विपक्षी करते रहे चर्चा....केवल जन्मस्थली होने से नहीं हो जाता स्थानीय

बदायूं। रोड शो के दौरान दर्शकों के रूप में विपक्षी दलों के लोग भी मौजूद थे जो यह कहते देखे गए कि केवल जन्मस्थली होने से कोई स्थानीय नहीं हो जाता। चुनाव में टिकट मिल गया तो खुद को स्थानीय बताने लगे, नहीं तो कितनी बार बदायूं की तरफ झांककर देखा है। और तो और क्षेत्रीय अध्यक्ष बनने के बाद भी कितनी बार बदायूं की जनता का दुख दर्द बांटने आए थे। 

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सपोर्टरों की भीड़....वोटर कितने होंगे

बदायूं। भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह बरेली के रहने वाले हैं। हालांकि उनकी जन्मस्थली बदायूं है लेकिन लंबे समय से वह बरेली में ही रह रहे है। इसीलिए बरेली से ही उनके साथ कई गाड़ियों का काफिला और सैकड़ों लोग साथ आए। ऐसे में शहर के तमाम लोगों समेत कुछ विपक्षियों का कहना था कि रोड शो में आधी भीड़ तो सपोर्टरों की थी जो वोटर नहीं हैं। ऐसे में रोड शो को देखकर भाजपा प्रत्याशी की ताकत का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। 

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संघमित्रा मौर्य के साथ आना भी रहा चर्चा में

बदायूं। बताते हैं कि दुर्विजय सिंह बरेली से सांसद संघमित्रा मौर्य के साथ ही गाड़ी में आए। सोशल मीडिया पर इसकी पोस्ट सुबह से ही वायरल होने लगीं। इस पर कुछ लोग इसे भाजपा की रणनीति बताते हुए तारीफ करते देखे गए तो कुछ लोग इस पर कमेंट करने लगे। लोगों का यह भी कहना था कि जो सांसद अभी इनके साथ दिख रही हैं वह कुछ समय बाद कहां होंगी, पता नहीं। 

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  • user by Sunil kumar

    Bdn ke neta harami hain

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  • user by अनिकेत साहू

    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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  • user by संजीव कुमार

    भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।

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