बुजुर्ग शिक्षक शाकिर अली का इंतकाल, जनाजे में उमड़ी भीड़

बुजुर्ग शिक्षक शाकिर अली का इंतकाल, जनाजे में उमड़ी भीड़

बदायूं। प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष 90 वर्षीय बुजुर्ग शिक्षक शाकिर अली रिजवी का सोमवार को इंतकाल हो गया। सैदपुर स्थित दारुल उलूम गौसिया परिसर में उनकी नमाजे जनाजा ईदगाह के पेशे इमाम मुफ्ती वाकिफ अली अशरफी ने पढ़ाई। उनको इशा की नमाज के बाद दादा मियां परिसर में सुपुर्दे खाक किया गया। इस अवसर पर उनके जनाजे में भारी हुजूम उमड़ा।

उनके आवास पर पहुंचकर और उनके जनाजे में नगर पंचायत अध्यक्ष इशरत अली खान, भाजपा नेता विकार अहमद, मुस्लिम कुरैशी, हाजी हफीज खान, सय्यद डिग्री कॉलेज के प्रबंधक फतेह अली, शिक्षक हाजी कैसर अली रिजवी, शिक्षक हाजी स्वाले अली,  हाजी इकतीदार अर्ली, प्रभाकर मिश्र, अनवर अली खान, अखिलेश्वर दयाल सक्सेना, एमआर खान, शानू, फखरे आलम, मुन्ना खान सहित भारी संख्या में लोगों ने शोक संवेदना  व्यक्त की। शाकिर अली के पिता स्वर्गीय सय्यद असगर अली स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के तीन पुत्रों में सबसे बड़े पुत्र थे।

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  • user by Sunil kumar

    Bdn ke neta harami hain

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  • user by अनिकेत साहू

    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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  • user by संजीव कुमार

    भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।

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