मिस कॉल..दोस्ती..प्यार...रूबीना से प्रीति बनकर प्रमोद संग बसाया घरबार

मिस कॉल..दोस्ती..प्यार...रूबीना से प्रीति बनकर प्रमोद संग बसाया घरबार

बदायूं। फोन पर मिस कॉल आई, पहले बातचीत हुई और फिर दोस्ती। धीरे धीरे प्यार परवान चढ़ा तो मथुरा की तलाकशुदा रूबीना ने बदायूं के प्रमोद संग सात फेरे भी ले लिए। इस्लाम धर्म को त्यागकर रूबीना से प्रीति बनकर दोनों ने सात जन्मों तक साथ रहने का वायदा करते हुए घरबार बसा लिया।



मथुरा के वृंदावन की कांशीराम कॉलोनी निवासी रूबीना का अपने पति से तीन तलाक हो चुका है। उसके दो छोटे बच्चे हैं। यहां बरेली आकर अगस्त मुनि आश्रम के पं. केके शंखधान ने बदायूं के प्रमोद से उसका ब्याह रचवाया। सनातन धर्म अपनाते हुए रूबीना से प्रीति बनकर उसने प्रमोद संग सात फेरे लिए और गले में वरमाला पहनाई। (देखें वीडियो) -


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दो बच्चे भी हैं महिला के, उम्र में प्रमोद है छोटा

बदायूं। रूबीना से प्रीति बनी महिला के दो छोटे बेटे हैं लेकिन तलाक के बाद वह उसके साथ नहीं हैं। प्रीति ने बताया कि वह बिना किसी दबाव या लालच में आकर प्रमोद से शादी कर रही है। बताते हैं कि प्रमोद प्रीति से सात आठ साल उम्र में छोटा है। दोनों ने बातचीत के बाद एक दूसरे से वीडियो कॉल के जरिये भी बात की थी। पंडित केके शंखधार ने गोमूत्र और गंगाजल से रूबीना का शुद्धिकरण कराया। रूबीना ने हिंदू धर्म मे आस्था जताते हुए कहा कि अब वह हिंदू है। 

इससे पहले भी कई मुस्लिम युवतियां कर चुकी हैं धर्म परिवर्तन

बदायूं। धर्म परिवर्तन कर इस्लाम से हिंदू धर्म अपनाने और हिंदू प्रेमी से शादी करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले साइना ने सोनी बनकर अपने प्रेमी आकाश का हाथ थाम लिया था तो इसके बाद बिहार की शमा ने पूनम बनकर शिवम के साथ सात फेरे ले लिए थे। इसके बाद रामपुर की फरहाना ने अपने हिंदू प्रेमी धर्मवीर के साथ शादी की थी। अब रूबीना ने प्रीति बनकर प्रमोद का वरमाला पहनाकर हिंदू धर्म अपना लिया। (सभी की स्टोरी हमारे यूट्यूब चैनल पर देखें और अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल को सबस्क्राइब करें। ) 

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    Bdn ke neta harami hain

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    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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