गंगा एक्सप्रेस वे के लिए मिट्टी उठान को खोदे गड्ढों में डूबकर दो किशोरों की मौत
बिसौली क्षेत्र के गांव सिद्धपुर कैथोली का मामला
बदायूं। गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए मिट्टी उठान को खोदे जा रहे गहरे गड्ढों ने शनिवार को दो और परिवारों की खुशियां छीन लीं। बकरी चराने गए दो किशोरों की इन गड्ढों में डूबकर मौत हो गई।
मामला बिसौली तहसील के गांव सिद्धपुर कैथोली का है। यहां रहने वाले भूरे कश्यप का 14 साल का बेटा बॉबी और झबूरी का 16 साल का बेटा सलमान शनिवार सुबह बकरी चराने खेतों की तरफ गए थे। उनके साथ कई और साथी भी थे। गांव के बाहर से होकर गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा है। इसके लिए कंपनी द्वारा कई जगहों
से मिट्टी खोदी जा रही है, जिससे कई जगह तालाबनुमा गहरे गड्ढे हो गए हैं। बताते हैं कि जिस जगह हादसा हुआ वहां बारिश का पानी गड्ढे में भरा था। ग्रामीणों की मानें तो ये गड्ढा करीब 50 फुट गहरा है। बकरी चराते वक्त बॉबी पहले गड्ढे में जा गिरा। उसे गिरते देख सलमान उसे बचाने दौड़ा तो वह भी गड्ढे में डूब गया। यह देखकर वहां
मौजूद अन्य लड़कों ने शोर मचाया, जिसके बाद ग्रामीण वहां जुट गए। सभी ने जैसे तैसे दोनो को निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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पहला हादसा नहीं है ये...और भी गई हैं जान
बदायूं। गंगा एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गए गड्ढों में डूबकर दो किशोरों की मौत होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। मई-23 में दातागंज क्षेत्र में छछउ के पास गंगा एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गए गड्ढे में छह बच्चे डूब गए थे। ग्रामीणों ने पांच को तो बचा लिया था लेकिन 12 साल के रंजीत को नहीं बचाया जा सका।
जून-23 में इस्लामनगर क्षेत्र के नसरौल गांव में बने गड्ढे में तीन बच्चे नहाने घुस गए थे। इसमें पैर फिसलने से सात साल का रूपेश डूब गया था और उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद जुलाई-23 में बिसौली क्षेत्र के एपुरा गांव में 14 साल के फुरकान और 12 साल के आमिर की गड्ढे में डूबकर मौत हो गई थी। ये गड्ढे भी एक्सप्रेस वे के लिए खोदे गए थे।