
'सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है बेटी'...ठग ने धमकाया तो मां को आया हार्टअटैक, मौत
आगरा। जिन लोगों ने साइबर क्राइम के बारे में सुना है या फिर किसी माध्यम से इसका शिकार बने हैं, उनके लिए पुलिस की धमकाने वाली कॉल कोई नई चीज नहीं है। आगरा में इसी तरह एक महिला को धमकाने वाली कॉल करके डराया गया कि उसकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है। उसे छुड़वाना है तो एक लाख रुपये देने होंगे। यह सुनकर मां को हार्टअटैक आ गया और कुछ ही समय में उसकी मौत हो
गई। दिल को दहला देने वाला यह वाकया आगरा का है। यहां सुभाषनगर इलाके में रहने वाली मालती वर्मा राजकीय कन्या इंटर कॉलेज अछनेरा में शिक्षक थीं। चार दिन पहले उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें दिखाई देने वाला शख्स पुलिस की वर्दी पहने था। उसने मालती वर्मा से कहा कि उनकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है। यह सुनकर मालती परेशान हो गईं। इसके बाद उस शख्स ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा कि वह परेशान न हों। उनकी बेटी को छोड़ दिया जाएगा, लेकिन उन्हें एक लाख रुपये देने होंगे। यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनकी बेटी का वीडियो वायरल कर दिया जाएगा।
इसके बाद मालती और घबरा गईं। उन्होंने अपने बेटे को एक लाख रुपये उस शख्स के बताए अकाउंट पर ट्रांसफर करकने को कहा और उसी वक्त उनके सीने में दर्द उठने लगा। अन्य परिजनों को जब पता चला तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी मौत हो गई।
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बेटे ने कहा- 'फेक है कॉल' , पर मां को लगा था सदमा
आगरा। मालती वर्मा के पास जब साइबर ठग की कॉल आई तो उन्होंने अपने बेटे दीपांशु राजपूत को फोन किया। बेटे ने जब उनसे नंबर मांगकर देखा तो एक नंबर भारत का तथा दूसरा पाकिस्तान के कोड से था। इस पर दीपांशु ने मालती को फोन पर कहा कि यह साइबर ठग की फेक कॉल है और वह घबराएं नहीं, लेकिन तब तक मालती की हालत बिगड़ चुकी थी। अस्पताल ले जाते समय दरवाजे पर ही उनकी मौत हो गई।
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by Sunil kumar
Bdn ke neta harami hain
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by अनिकेत साहू
पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।
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by संजीव कुमार
भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।