
चुनाव जीतने तक ही थी पालिकाध्यक्ष फात्मा रजा और पूर्व मंत्री आबिद को गायों की चिंता! ....ये हम नहीं, कह रहा है ये शख्स
लिखा- कभी पूर्व मंत्री आबिद थे मेरे हीरो, पर अब...
बदायूं। नगर पालिका का चुनाव होने तक पालिकाध्यक्ष फात्मा रजा और पूर्व मंत्री आबिद रजा को गायों की बहुत चिंता होती थी। बहुत तकलीफ होती थी उन्हें गायों की दुर्दशा देखकर, लेकिन चुनाव जीतते ही यह चिंता और तकलीफ गायब हो गई। अब तो नगर पालिका बदायूं की गोशाला ही नर्क बन गई है।
ये कहना हमारा नहीं, बल्कि पशु प्रेमी और पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था से जुड़े विकेंद्र शर्मा का है, जिन्होंने अपना दर्द साझा करते हुए फेसबुक पर एक पोस्ट की है। विकेंद्र शर्मा लगातार पशुओं के हित में काम कर रहे हैं तथा पशुओं के घायल होने की एक
सूचना पर दौड़े चले आते हैं। विकेंद्र ने अपनी पोस्ट में नगर पालिका परिसर में स्थित गोशाला की दुर्दशा का जिक्र करते हुए लिखा है कि यहां की गोशाला नरक शाला बन गई है, जहां गायों की देखभाल करने कोई डॉक्टर तक नहीं आता। पालिकाध्यक्ष फात्मा रजा और पूर्व मंत्री आबिद रजा को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि गायें जी रही हैं या मर रही हैं, क्योंकि चुनाव तो जीत ही चुके हैं।
(देखें क्या लिखा पोस्ट में)
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25 हजार देने का जताया आभार
बदायूं। अपनी पोस्ट में विकेंद्र शर्मा ने फात्मा रजा और आबिद रजा द्वारा गो संरक्षण के लिए दिए गए 25 हजार रुपये का आभार भी जताया है। साथ ही ये भी कहा है कि यदि आपकी ही गोशाला में गाय परेशान हैं तो बाहर मदद करने की जरूरत ही नहीं थी।
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तंज कसा....आपकी गोशाला के लिए दान करूंगा
बदायूं। पशु प्रेमी ने यह भी लिखा है कि यदि सभी कुछ सही रहा तो आपकी नगर पालिका की गोशाला के लिए इससे बड़ा दान वह खुद करेंगे। पशु प्रेमी ने पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष दीपमाला गोयल की तारीफ करते हुए कहा है कि इससे अच्छा तो पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष दीपमाला गोयल का कार्यकाल था जब डॉक्टर एक आवाज में दौड़कर आते थे।
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Bjp matlov kuchh bho
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आपकी सेवा... समर्पण,.. ईश्वर कृपा..
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किसानों का भुगतान होना चाहिए