घर में घुसकर महिला और बेटे को पीटा, गला दबाकर मारने की कोशिश

घर में घुसकर महिला और बेटे को पीटा, गला दबाकर मारने की कोशिश

बदायूं। बच्चों के बीच मामूली कहासुनी के बाद दबंग महिला ने अपने बेटा बेटी के साथ एक महिला के घर में घुसकर न केवल मारपीट की बल्कि पीड़ित महिला के दुपट्टे से ही उसका गला घोटने का प्रयास किया। अन्य परिजनों ने जैसे तैसे उन्होंने हमलावरों के चंगुल से छुड़ाया। 

सहसवान के ग्राम नदायल निवासी विधवा महिला आसमा पत्नी जमील का कहना है कि विगत 30 जुलाई को उसके बच्चों की पड़ोस में रहने वाली एक महिला के बच्चों से कहासुनी हो गई। इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे आरोपी महिला अपने अपने बेटे और बेटी के साथ उसके घर पर आ धमकी और गाली गलौज शुरू कर दी। जब उसने गाली देने से मना किया तो आरोपी महिला और उसके बेटा-बेटी ने उससे मारपीट शुरू कर दी। बेटे ने बीच बचाव किया तो तीनों ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया। 

                         ---पीड़ित महिला-----

आरोपी महिला की बेटी ने की गला दबाने की कोशिश

बदायूं। पीड़ित आसमा का कहना है कि मारपीट के दौरान आरोपी महिला की बेटी ने उसे गिरा लिया और उसी के दुपट्टे से गला घोंटने लगी। जान से मारने की नीयत ने तीनों आरोपियों ने उसका गला दबाना शुरू दिया लेकिन चीख पुकार मचने पर आईं उसकी पुत्रवधुओं ने जैसे तैसे उसे बचाया। आसमा का कहना है कि उसकी पुत्रवधू साइमा गर्भवती है। मारपीट में उसको भी पेट पर चोट लगते लगते बची। शोर सुनकर पड़ोसी एकत्र हुए तो आरोपी भाग छूटे।

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पुलिस ने दर्ज नहीं की रिपोर्ट, वरिष्ठ अधिकारियों को दिया पत्र

बदायूं। पीड़ित आसमा का कहना है कि घटना के बाद उसने थाने में प्रार्थनापत्र दिया लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पांच दिन बाद भी कार्रवाई न होने के कारण उसने एसएसपी समेत एडीजी को पत्र भेजकर कार्रवाई करने की मांग की है। 


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  • user by Sunil kumar

    Bdn ke neta harami hain

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  • user by अनिकेत साहू

    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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  • user by संजीव कुमार

    भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।

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