बरात आने में चंद घंटे ही थे बाकी...सजी बैठी थी दुल्हन, तभी भाई को लगा करंट, तोड़ दिया दम

बरात आने में चंद घंटे ही थे बाकी...सजी बैठी थी दुल्हन, तभी भाई को लगा करंट, तोड़ दिया दम

बदायूं। नूरपुर पिनौनी में बरात आने से एक दिन पहले ही होने वाली दुल्हन की मौत के मामले को अभी लोग भूले नहीं थे कि कुंवरगांव क्षेत्र में ऐसी ही एक और घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। बहन की बरात चंद घंटो बाद ही आनी थी, लेकिन उससे पहले ही भाई की करंट लगने से मौत हो गई। 

घटना थाना कुंवरगांव क्षेत्र के गांव अहरुइया की है। यहां मंगलवार शाम को बालजीत की बेटी विमल कुमारी की बारात मिर्जापुर से आ रही थी। घर में हर तरफ हंसी-खुशी का माहौल था। परिवार के सदस्य बरात आने की तैयारी कर रहे थे तो हलवाई शाम की दावत के लिए पकवान बना रहे थे। 

मंगलवार दोपहर करीब एक बजे विमल कुमारी का 30 वर्षीय भाई बुधपाल बिजली के बोर्ड में तार लगा रहा था। उसे बहन को दहेज में दिया जाने वाला फ्रिज चेक करना था। साथ ही उसने सोचा था कि फ्रिज में कोल्डड्रिंक भी रख देंगे जो बरात को नाश्ते के समय दी जानी थी। बताया जाता है कि बोर्ड के ऊपर दोनों तार कटे हुए थे जिससे बुधपाल का हाथ वहां छू गया और उसे करंट लग गया। करंट  लगते ही बुधपाल चीख उठा। उसकी चीख सुनकर घर में अफरातफरी मच गई। परिवार वालों ने उसे जैसे तैसे तार से अलग किया और मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे लेकिन वहां डाक्टरों ने बुधपाल को मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम की कार्यवाही के शव को गांव ले आए और शाम को गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार किया गया। परिवार के लोगों ने शादी की तारीख को आगे बढ़ा दिया है। 

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    Bdn ke neta harami hain

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    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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