कपड़ा कारोबारी, पत्नी और बेटी की फ्लैट में मिली लाश, आत्महत्या की आशंका

कपड़ा कारोबारी, पत्नी और बेटी की फ्लैट में मिली लाश, आत्महत्या की आशंका

सुसाइड नोट में कर्ज के कारण आत्महत्या करना बताया, पुलिस ने जांच को भेजा 

सब की बात न्यूज

लखनऊ। राजधानी क्षेत्र में एक दिल को झकझोरने वाली घटना सामने आई है। यहां एक कपड़ा कारोबारी समेत उनकी पत्नी और बेटी के शव उनके फ्लैट में मिले। उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला। सुसाइड नोट तथा सभी के मुंह से झाग निकलने के कारण प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा है कि सभी ने सामूहिक रूप से आत्महत्या की है। 

चौक कोतवाली क्षेत्र के अशरफाबाद में कपड़ा कारोबारी 48 वर्षीय शोभित अपने परिवार के साथ रहते थे। राजाजीपुरम में उनकी कपड़ों की दुकान है। सोमवार को शोभित, उनकी 44 वर्षीय पत्नी सुचिता और 16 साल की बेटी ख्याति की लाशें उनके फ्लैट में मिलीं। 

------

ऐसे पता चला घटना का 

लखनऊ। बताते हैं कि घटना के बाद ख्याति ने अपनी ताई तृप्ति को फोन करके जहर खाने की बात बताई। यह सुनकर सभी लोग घबरा गए। शोभित के भाई शेखर और तृप्ति तुरंत ही वहां पहुंचे तो दरवाजा बंद था। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खोलने पर अंदर शोभित और सुचिता की लाश पड़ी थी जबकि जबकि ख्याति बुरी तरह तड़प रही थी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

------

कमरे से मिला सुसाइड नोट

लखनऊ। पुलिस के अनुसार, कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि परिवार ने कई बैंकों से कर्ज लिया था, जिससे वे परेशान हो चुके थे। सुचिता की बहन व उसके पति से जो रुपये मिलना था, वह भी नहीं मिला। कई लोगों से मदद मागीं लेकिन अब कोई मदद भी नहीं कर रहा है। पुलिस के अनुसार, सुसाइड नोट को जांच के लिए भेजा गया है।

-----

ऐसी ही दूसरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें-

मुफलिसीः लाखों का कर्ज, मूल से ज्यादा ब्याज तो पूरे परिवार ने उठाया ऐसा कदम...

Leave a Reply

Cancel Reply

Your email address will not be published.

Follow US

VOTE FOR CHAMPION

Top Categories

Recent Comment

  • user by उमेश कुमार

    Sahi kaha

    quoto
  • user by सत्येंद्र मिश्र

    इन दोनों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकती। पुलिस ने एक करोड़ रुपए लिया है। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान अखबार को दो दो लाख गया है। विधायक महेश कुमार गुप्ता भी दलाली खाए है। वो बचा रहा है ज्योति मंदिरता को। बदायूं के नेता और media वाले दलाल है। ये साले अपनी मा की दलाली भी खा सकते है। महेश कुमार गुप्ता तो सत्ता का दलाल है।

    quoto
  • user by Rt

    Rt

    quoto