
लूडो में दोस्त हार गया 10 हजार, नहीं दे पाया तो दूसरे दोस्त ने मारकर पेड़ से लटका दिया
पाजामे के नाड़े का बनाया फंदा, फिर आत्महत्या का रूप देने के लिए पेड़ से लटकाया
पुलिस की जांच में हुआ खुलासा, चार दिन पहले की है घटना
मेरठ। चार दिन पहले हुई किशोर मो. उमर की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया हैं। उमर की हत्या उसके दोस्त अमन ने इस बात पर कर दी थी कि उमर अमन से लूडो में 10 हजार रुपये हार गया था और देने से मना कर रहा था।
शहर के उमर गार्डन निवासी शान मोहम्मद पत्नी और छह बच्चों के साथ किराये के मकान में रहता है। बृहस्पतिवार को पड़ोस में रहने वाला अमन उर्फ इकराम उसके बड़े पुत्र मो. उमर को घर से बुलाकर ले गया था। शाम तक जब उमर वापस नहीं आया तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। रात को उमर की लाश लोहियानगर क्षेत्र के बजौट गांव के जंगल में पेड़ पर लटकी मिली। उमर के गले में पाजामे के नाड़े का बना फंदा था।
परिवार वालों का कहना था कि अमन ने ही उमर की हत्या की है। इस पर पुलिस ने अमन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। रविवार को आरोपित अमन ने बताया कि उमर उससे लूडो में 10 हजार रुपये हार गया था लेकिन मांगने पर नहीं दे रहा था। इसलिए उसने उमर को मार डाला।
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पांच सौ रुपये की लगती थी हर बाजी
मेरठ। पुलिस के अनुसार, उमर और अमन अक्सर लूडो खेलते थे और पांच सौ रुपये की बाजी लगाते थे। उमर अमन से 20 बार हार गया था, जिस पर अमन उससे 10 हजार रुपये मांग रहा था। बृहस्पतिवार को इसी बात पर दोनों का विवाद व मारपीट हो गई, जिसके बाद उसने उमर का गला घोंट दिया। उमर के बेहोश होने के बाद वह उसके पाजामे का नाड़ा गले में डालकर घसीटता हुआ ले गया और पेड़ पर लटका दिया।
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by Sunil kumar
Bdn ke neta harami hain
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by अनिकेत साहू
पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।
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by संजीव कुमार
भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।