कर्मचारी बोले- 'जो पेंशन की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा'

कर्मचारी बोले- 'जो पेंशन की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा'

बदायूं। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय आह्वान पर राज्य कर्मचारी एवं शिक्षकों के लिए सेवानिवृत्ति पर पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के लिए चरणबद्ध आंदोलन पुनः प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया गया है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की प्रांतीय उच्चधिकारी समिति ने कर्मचारी समाज के लिए बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन की मांग सरकार से पूरी करने के लिए एक सतत आंदोलन का निर्णय लिया है। इसके प्रथम चरण में पुरानी पेंशन की बहाली हेतु जनपद में डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। 


ज्ञापन में मांग की गई कि कर्मचारी व शिक्षकों को नई अंशदाई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था को जल्द से जल्द बहाल किया जाए। कर्मचारी एवं शिक्षक अपना पूरा जीवन देश के निर्माण में न्योछावर कर देते हैं और जब बुढ़ापे पर उनको एक पुरानी पेंशन का सहारा बचता है तो उसको भी सरकार बंद कर कर्मचारियों पर कुठाराघात कर रही है। इन्हीं मांगों को लेकर मंगलवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद शाखा बदायूं के जिलाध्यक्ष रवि कुमार, जिला मंत्री सरोज कुमारी, जिला उपाध्यक्ष गौरव यादव, डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के अध्यक्ष अजय गंगवार, सिंचाई संघ के अध्यक्ष सतेंद्र शाक्य, मंत्री रामप्रकाश राठौर, जिला सचिव राहुल कुमार, राजीव यादव, प्रमोद कुमार, घनश्याम, बुलंद अख्तर, देवेंद्र, अफरोज, दानिश, राकेश, विजयपाल, आनंद किशोर, सोनू कुमार व अन्य विभिन्न विभागों के सदस्य एवं पदाधिकारी आंबेडकर पार्क पर एकत्र होकर डीएम कार्यालय पहुंचे तथा प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। 


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  • user by Sunil kumar

    Bdn ke neta harami hain

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  • user by अनिकेत साहू

    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

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