अस्थि विसर्जन को आगरा से आए थे गंगा घाट...फिर कुछ ऐसा हुआ जो छिन गया मुंह का निवाला

अस्थि विसर्जन को आगरा से आए थे गंगा घाट...फिर कुछ ऐसा हुआ जो छिन गया मुंह का निवाला

बदायूं। मृत परिजन की अस्थि विसर्जन करने कछला आए आगरा के एक परिवार के साथ ऐसा हादसा हुआ जो उनके मुंह का निवाला तक छीन ले गया। विसर्जन के बाद नहाते समय एक युवक की मौत हो गई, जिसके बाद खाने का सामान लेकर आए परिजन व रिश्तेदार बगैर खाना खाए लौट गए। 

आगरा के रामनगर थाना क्षेत्र के गांव सहायगंज के रहने वाले ब्रजमोहन के पिता खुशहाल सिंह का निधन हो गया था। सोमवार को वह अस्थित विसर्जन के लिए कछला गंगाघाट पर आए थे। अस्थि विसर्जन के बाद गांव के कई लोग स्नान करने गंगा में उतर गए। गांव के ही 18 वर्षीय अजय 25 वर्षीय सनी भी डुबकी लगाने को चले गए। बताते हैं कि इसी दौरान दोनों डूबने लगे। शोर मचने पर गोताखोरों ने अजय को तो निकाल लिया लेकिन सनी उनकी आंखों से ओझल हो गया। करीब आधे घंटे बाद गोताखोर सनी को बाहर निकाल लाए। तब तक वह बेहोश हो चुका था। परिजन और रिश्तेदान से सीएचसी पर ले गए लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सनी अपने चार भाई- बहनों में सबसे छोटा था। बताते हैं कि बृजमोहन के साथ 50-60 लोग आए थे। निजी वाहन से आए बृजमोहन अपने साथ खाने का सामान भी ये सोचकर लाए थे कि अस्थि विसर्जन करने के बाद सभी लोग भोजन भी कर लेंगे। उन्होंने घाट के पास ही आश्रम में अपना सिलेंडर लगाकर खाना बनाना भी शुरू कर दिया था लेकिन हादसे के बाद सभी ने सामान समेट लिया और भूखे ही चले गए। 

Leave a Reply

Cancel Reply

Your email address will not be published.

Follow US

VOTE FOR CHAMPION

Top Categories

Recent Comment

  • user by Sunil kumar

    Bdn ke neta harami hain

    quoto
  • user by अनिकेत साहू

    पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।

    quoto
  • user by संजीव कुमार

    भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।

    quoto