
' किसी ने जेवर छीन लिए तो क्या'...खुद को पुलिस वाला बताकर उतरवाए जेवर और फिर रफूचक्कर
बदायूं। फर्जी पुलिस वाले बनकर दो बदमाशों ने पहले एक महिला के जेवर उतरवाए और फिर उन्हें कागज में पैक करके महिला को थमा दिया। कुछ दूर जाकर महिला ने पुड़िया देखी तो उसमें दो नकली चूड़िया रखी थीं।
शहर के मोहल्ला कृष्णापुरी निवासी प्रियंका गिंदोदेवी कॉलेज में असिस्टेंट लाइब्रेरियन हैं। शनिवार को कॉलेज जाते वक्त वह सुभाष चौक से नई सराय जाने वाली सड़क कर पहुंची तो पटियाली सराय जाने वाले मार्ग पर दो बाइस सवार लोगों ने उन्हें रोक लिया। बकौल प्रियंका दोनों लोगों ने खाकी पैंट और सफेद शर्ट पहन रखी थी। प्रियंका को रोककर उन्होंने कहा कि हम पुलिस वाले हैं और शहर में ड्यूटी कर रहे हैं। आप इतने जेवर पहनकर जा रही हैं जबकि इस समय त्योहार के कारण शहर में भीड़ है। किसी ने छीन लिए तो आप भी परेशान होंगी और पुलिस भी। उन्होंने प्रियंका को धमकी भी दी कि इतने जेवर पहनने पर उन पर जुर्माना भी लगा दिया जाएगा। यह सुनकर प्रियंका डर गईं। इतने में ही एक बदमाश ने उन्हें कागज देते हुए कहा कि सारे जेवर उतारकर इसमें रख लो और ले जाओ। हड़बड़ाहट में प्रियंका कुछ समझ नहीं पाईं और सोने की चार चूड़िया और दो अंगूठी उतारकर कागज में रखवा दीं। बदमाशों ने सभी जेवर कागज में पैक करके उन्हें थमा दिए और बाइक से चले गए। कुछ दूर जाने पर प्रियंका ने कागज खोलकर देखा तो उसमें उनके जेवर के बजाय दो नकली सोने की चूड़ी रखी थीं। उन्होंने परिजनों को कॉल की तो परिजनों ने पुलिस को तहरीर दी है।
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by Sunil kumar
Bdn ke neta harami hain
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by अनिकेत साहू
पूरा बदायूं का मीडिया इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है। अरे बेगैरत पत्रकारों दारू खरीदकर पी लो। मुफ्त की लेकर ज्योति बाबू के खिलाफ लिख भी न पा रए तो डूब जाओ चुलू भर पानी में। अमर उजाला दैनिक जागरण और हिंदुस्तान के रिपोर्टर बिकाऊ है। दारू के एक quater में बिक जाते है। पोर्टल वाले वैसे तो हगने मूतने की खबर तक चला देते है, लेकीन यहां किसी की हिम्मत नहीं हो रहे। साले बिकाऊ पत्रकार।
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by संजीव कुमार
भाजपा में ऐसे ही भरे हैं।